एसपी विजिलेंस ने सुपरवाइजर को रिश्वत लेते दबोचा

नहरपार एक शेड के निर्माण कर रहे ठेकेदार से 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए नगर निगम के एक कर्मचारी को विजिलेंस की टीम ने बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस की टीम द्वारा आरोपी को पकड़े जाने की सूचना मिलते ही वहां काम कर रहे अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। यह कार्रवाई एसपी विजिलेंस निकिता गहलौत की अगुवाई में की गई। एसपी विजिलेंस निकिता गहलोत ने बताया कि नहरपार नगर निगम के एक परियोजना पर शेड निर्माण का काम चल रहा था। यहां निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदार से नगर निगम में तैनात एक सुपरवाइजर 30 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था। न देने पर साइट पर तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाने व फाइल रोकने की धमकी दे रहा था। गुरुग्राम के ककड़ीपुर गांव के रहने वाले ठेकेदार श्याम सुंदर ने मामले की शिकायत विजिलेंस से की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस की टीम ने बुढ़ैना गांव के रहने वाले सुपरवाइजर राजपाल के खिलाफ जाल बिछा कर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से रिश्वत के रूप में लिए गए रुपये भी बरामद कर लिए गए। राजपाल नगर निगम में 1993 में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में भर्ती हुआ था। 2014 में उसे नियमित कर सुपरवाइजर बना दिया गया था। उसके खिलाफ कई लोगों ने रिश्वत लेने की शिकायत की थी। मामले की छानबीन की जा रही है।