नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में शामिल लोग दिनभर मंच से नारे लगाते हैं कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू हुआ तो उन्हें अपनी नागरिकता साबित करने के लिए कागजात दिखाने पड़ेंगे, लेकिन वे खुद बिना किसी अधिकार आम लोगों के आई-कार्ड (पहचान पत्र) चेक कर रहे हैं। आईकार्ड दिखाने वालों को फिर उनकी जांच प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ता है। किसी शख्स के पास पहचान पत्र नहीं होता है तो उसे वापस आश्रम होकर जाने की सलाह दी जा रही है।
शाहीन बाग का हाल ऐसा जैसे यह किसी दूसरे देश का हिस्सा