ताजनगरी के उद्यमियों और व्यापारियों को आम बजट में टीटीजेड (ताज संरक्षित क्षेत्र) के लिए किसी बड़ी घोषणा की अपेक्षा है। यहां बंदिशों को देखते हुए वे उद्योगों के लिए संजीवनी की जरूरत जताते हैं। शुक्रवार को अमर उजाला कार्यालय में आयोजित संवाद कार्यक्रम में उनका कहना था कि सरकार ताजनगरी में गैर प्रदूषणकारी उद्योग स्थापित कराए। यहां आईटी पार्क और टेक्सटाइल इंडस्ट्री खुले। जूता कारोबारी ने उम्मीद जताई कि जूतों पर बार-बार के बजाय उत्पादन होते ही एक बार कर लगा दिया जाए।
शहर में आईटी पार्क खोलें
एक्मा अध्यक्ष टीएन अग्रवाल ने कहा कि टीटीजेड की बंदिशों से आगरा के उद्योग बर्बाद हो गए। जरूरत गैर प्रदूषणकारी कारखाने खोलने की है। टैक्सटाइल इंडस्ट्री लगाई जाए। आईटी पार्क खोले जाएं। उद्योग न के बराबर रह जाने से युवा मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी नोएडा, बंगलुरू से कर रहे हैं।
दो फीसदी टीडीएस बंद हो
आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के अध्यक्ष गागनदास रमानी ने कहा कि जूता कारोबार आगरा की लाइफ लाइन है, लेकिन बहुराष्ट्रीय कंपनियों से परेशानी हो रही है। सरकार इन पर रोक लगाए। एक करोड़ की निकासी पर दो प्रतिशत टीडीएस बंद हो। जूते जैसे उत्पादों पर कारखाने में ही एक बार में सभी कर लग जाएं।